आज़ादी आईने की तरह है जहाँ हर व्यक्ति देखे अपनी अलग तस्वीर। आज़ादी आईने की तरह है जहाँ हर व्यक्ति देखे अपनी अलग तस्वीर।
अब तुम्हारे पास हमारे लिए वक्त कहां सेकंड भी तुम्हारे कीमती से मालूम पड़ते हैं। ज अब तुम्हारे पास हमारे लिए वक्त कहां सेकंड भी तुम्हारे कीमती से मालूम पड़ते है...
हम तो जीते रहे इसी विश्वास में केवल वही तो अपने हैं इस जहाँ में एक मुसीबत क्या आई ज हम तो जीते रहे इसी विश्वास में केवल वही तो अपने हैं इस जहाँ में एक मुसीबत...
वे बारिशों के दिन थेजो अब हवा हुएअब मौसम है चुनोतियों से लड़ने कासमय से आगे बढ़ने का वे बारिशों के दिन थेजो अब हवा हुएअब मौसम है चुनोतियों से लड़ने कासमय से आगे बढ़ने ...
मजलूमों की कस्ती के लिए कोई साहिल क्यों नहीं ? मजलूमों की कस्ती के लिए कोई साहिल क्यों नहीं ?
चलने दो इस बेरुखी सी ज़िंदगी को ऐसे ही अनजानों के संग। चलने दो इस बेरुखी सी ज़िंदगी को ऐसे ही अनजानों के संग।